जो यह पाठ करे मन लाई। ता पर होत है शम्भु सहाई॥
जय गिरिजा पति दीन दयाला। सदा करत सन्तन प्रतिपाला॥
दुष्ट सकल नित मोहि सतावै। भ्रमत रहौं मोहि चैन न आवै॥
श्रावण मास विशेष : शिव बिल्वाष्टकम् का पाठ,देगा मनचाहा लाभ
कहैं अयोध्यादास आस तुम्हारी। जानि सकल दुःख हरहु हमारी॥
एक कमल प्रभु राखेउ जोई। कमल नयन पूजन चहं सोई॥
जय जय जय अनंत अविनाशी। करत कृपा सब के घटवासी॥
शंकर हो संकट के नाशन। मंगल कारण विघ्न विनाशन॥
जो यह पाठ करे मन लाई। ता पर होत shiv chalisa lyricsl है शम्भु सहाई॥
करत कृपा सब के घटवासी ॥ दुष्ट सकल नित मोहि सतावै ।
जन्म जन्म के पाप नसावे। अन्तवास शिवपुर में पावे॥
मुण्डमाल तन क्षार लगाए ॥ वस्त्र खाल बाघम्बर सोहे ।
आप जलंधर असुर संहारा। सुयश तुम्हार विदित संसारा॥
धन more info निर्धन को देत सदाहीं। जो कोई जांचे वो फल पाहीं॥
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